Текст песни Udit Narayan, Mahalaxmi - Ae Ajnabi

  • Исполнитель: Udit Narayan, Mahalaxmi
  • Название песни: Ae Ajnabi
  • Дата добавления: 20.02.2024 | 20:46:58
  • Просмотров: 33
  • 0 чел. считают текст песни верным
  • 0 чел. считают текст песни неверным

Текст песни

ओ पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
तू कहीं टुकड़ों में जी रही है
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
रोज़ रोज़ रेशम सी हवा आते जाते कहती है
बता रेशम सी हवा कहती है बता
वो जो दूध धुली मासूम कली
वो है कहाँ कहाँ है वो रोशनी कहाँ है
वो जान सी कहाँ है
मैं अधूरा तू अधूरी जी रही है
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
तू कहीं टुकड़ों में जी रही है
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
पाखी पाखी परदेसी
तू तो नहीं है लेकिन तेरी मुस्कुराहट है
चेहरा कहीं नहीं है पर तेरी आहट है
तू है कहाँ कहाँ है तेरा निशाँ कहाँ है
मेरा जहाँ कहाँ है
मैं अधूरा तू अधूरी जी रही है
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
मैं यहाँ टुकड़ों में जी रहा हूँ
तू कहीं टुकड़ों में जी रही है
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से
ऐ अजनबी तू भी कभी आवाज़ दे कहीं से

Перевод песни

О Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
Я живу здесь по частям
Я живу здесь по частям
ты живешь где-то по кусочкам
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
Каждый день приходит шелковый ветер и говорит:
Скажи мне, ветер, как шелк, говорит мне, скажи мне.
Омытый молоком невинный бутон
где этот свет, где этот свет
где этот дорогой
Я несовершенен, и вы живете неполноценно.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
Я живу здесь по частям
Я живу здесь по частям
ты живешь где-то по кусочкам
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Пахи Пахи Пардези
Тебя нет, но твоя улыбка есть
Твоего лица нигде нет, но твой голос там
Где ты, где ты, где твой след?
Где мое
Я несовершенен, и вы живете неполноценно.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
Я живу здесь по частям
Я живу здесь по частям
ты живешь где-то по кусочкам
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.
О незнакомец, пожалуйста, позвони откуда-нибудь.

Все тексты Udit Narayan, Mahalaxmi >>>